अभी कुछ सप्ताह पहले आपने सुना होगा। की भारत में नरेंद्र मोदी ने 18 ओट ऐप्स और 19 अश्रलील वेबसाइट को प्ले स्टोर और गूगल की सर्वर पर से हटा दिया है। अगर मैं आसान भाषा में बताऊं कि जितने भी वल्गर कंटेंट, डाटा शेयर, आतंकी वेबसाइट्स और ऐप्स थे सरकार ने चुनकर सारे हटा दिए हैं। कुछ ऐसा ही हाल हमारे इंडियन कंपनी के साथ भी हो रहा है। और इनके साथ जोर जबरजस्ती जैसी हरकतें भी हो रही है। इस लेख के लास्ट तक बने रहिए मैं आपको सारी खबर बताने वाला हूं। कि इंडिया में किस किस कंपनी को खतरा है। और किस कंपनी का नुकसान हुआ हैं।
गूगल Anupam Mittal को हाईटरगेट में क्यों लिया?
शायद आपको पता नही होगा। अभी हाल ही में गूगल ने इंडिया में धीरे धीरे मोदी के जैसे ही इंडिया के बड़े बड़े कंपनी के ऑफिशियल ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा रहा है। उसके बाद एक और खबर बहुत चर्चे में आ रही है। कि शार्क टैंक के जज Anupam Mittal जो शादी.काम के संस्थापक हैं। उनका भी ऐप्स शादी.काम खतरे में है क्योंकि उनकी ऐप्स को गूगल खुद टारगेट में लिया हैं। जैसे RBI ने paytm को समय दिया था। की अपनी गलती सुधार ले वैसे ही गूगल ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि हमने करीब 3 साल का वक्त दिया Anupam Mittal को डिसाइड करने के लिए लेकिन कोर्ट के ऑर्डर के बावजूद जो भारत में प्ले स्टोर से ऐप्स हटाए गए है। उन्होंने बिलिंग को लेकर कोई कारवाई से नही की हालांकि ये Anupam Mittal को ही नही बल्कि इनसे पहले matrimony.com, jodi.com जैसे ऑफिशियल ऐप्स को भी गूगल ने हटा दिया है। आज भारतीय इंटरनेट के लिए इंडिया का काला दिन है।
गूगल का क्या कहना है Anupam Mittal से?
Fact check – Most apps are either not back on the Play Store and if they are it is without any billing. Surprising that ‘reputed’ newspapers would carry such misleading headlines. They are either not doing their research or have ulterior motives for toeing the videshi leading us… pic.twitter.com/EXsio1bQ2T
— Anupam Mittal (@AnupamMittal) March 5, 2024
‘क्या गूगल बुरा है? उन्होंने लिखा, ”यह एक ऐसा सवाल है जो हर किसी के मन में है तो आइए इस मुद्दे के मूल को समझने की कोशिश करें।” विशेष रूप से, यह विवाद मुख्य रूप से Google द्वारा इन-ऐप भुगतान पर 11% से 26% तक शुल्क लगाने के इर्द-गिर्द घूमता है। भारतीय स्टार्टअप्स ने लंबे समय से अमेरिकी टेक दिग्गज की अनुचित प्रथाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
मामला क्या है?

जब डेवलपर्स अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए इन एप्स पर अपना डिजिटल सामान भेजते हैं। तो गूगल सेवा शुल्क लेता है इसमें कहा गया है। कि इसके स्तरीय मूल्य निर्धारण कार्यक्रमों से भारतीय डेवलपर को लाभ होता है। और दावा किया गया है कि भारत में केवल 3% डेवलपर्स डिजिटल सामान्य कोई सेवा भेजते हैं। और इसलिए उन्होंने सेवा शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता होती है। और अधिकांश डेवलपर्स 15% या उससे काम का भुगतान करते हैं। जो की कहा गया है कि किसी भी प्रमुख व्यावसायिक एप्स प्लेट और प्ले स्टोर से कम कंपनी ने दावा किया है। वास्तव में भारत में गूगल पे पर 60% से कम डेवलपर्स 15% से अधिक सुख के अधीन है।
Google ने किन-किन एप्स को बंद किया है?
Google: ने अभी तक इंडिया में जिन-जिन एप्सन को अपने प्ले स्टोर एप से परमानेंट हटा दिया है। उन उन एप्स के नाम कुछ यहां पर लिस्ट दिए हुए हैं। जैसे भारत मैट्रिमोनी तेलुगू मैट्रिमोनी तमिल मैट्रिमोनी मराठी मैट्रिमोनी के साथ-साथ matrimony.com की जोड़ी और पीपल ग्रुप की shaadi.com के साथ-साथ डेटिंग एप्स टूटी मंडली, और क्कैक्कै शामिल है। वर्नाक्युलर वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म स्टेज, बालाजी टेलिफिल्स के आल्ट और ऑडियो स्ट्रीमिंग और पॉडकास्ट एप्स कुकू एफएम गूगल के नीतियों का अनुपालन करने के बाद भी इन सारे एप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है।
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